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अब तक कोरोना वायरस के एक भी पॉजिटिव मरीज के सामने न आने के बाद हिमाचल सरकार ने देश दुनिया से पूरी तरह से अपने को अलग-थलग कर लिया है। बाहरी राज्यों से अब किसी निजी या पर्यटक वाहन से कोई भी गैर हिमाचली किसी भी तरह से प्रदेश की सीमा में प्रवेश नहीं कर सकेगा, और न ही कोई बाहर जा सकेगा। उद्योगों पर मार से रोजाना प्रदेश को करोड़ों रुपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है।
देवभूमि में सरकार ने धार्मिक और पर्यटन के लिहाज से लॉकडाउन की घोषणा कर दी है। साथ ही दूसरे राज्यों से प्रदेश के लिए संचालित होने वाली बसों का संचालन भी पूरी तरह बंद कर दिया है। इसके साथ ही विदेशी नागरिकों को भी चिह्नित कर मेडिकल टीमों की मदद से उनकी जांच की जा रही है या उन्हें वापस भेज दिया है।
प्रदेश के सबसे बड़े कमाई के सेक्टरों में एक माने जाने वाले पर्यटन के क्षेत्र में लॉकडाउन के बाद रोजाना करोड़ों रुपये का नुकसान होना तय है। सरकार ने यह स्पष्ट किया है कि फिलहाल अग्रिम आदेश तक प्रदेश के बाहर से किसी भी व्यक्ति को प्रदेश में दाखिल नहीं होने दिया जाएगा। फिलहाल सरकार के निर्देश पर प्रदेश की सीमाएं सील कर दी गई हैं और सभी एयरपोर्ट पर मेडिकल टीम लगाकर यात्रियों के स्वास्थ्य की चेकिंग की जा रही है।